अजमेर सरीफ जाते है जो लोग दरगाह पे जाते है उनको मेरी राय है वो खतान करवा के मुस्लिम
एक मुसलमान हिन्दू देवी देवताओ को पूजने मंदिर नहीं जाता
किन्तु जाहिल हिन्दू दरगाह अजमेर सरीफ जाते है
जो लोग दरगाह पे जाते है उनको मेरी राय है वो खतान करवा के मुस्लिम बन जाये काम से काम
पता चले हिन्दू नहीं तुम मुस्लिम हो
बिल्कुल सही बात कही है
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