मेरा ग़म बस एक ही है जो हिन्दू हिन्दू से जुदा है सरकुलर्लीज़ गाँधी वाद में पड़ा हैहिन्दू जातियों में बटा है इसलिए हर बार हिन्दू ही कटा है बस मेरे ग़म की यही वजह है
मेरा ग़म बस एक ही है
जो हिन्दू हिन्दू से जुदा है
सरकुलर्लीज़ गाँधी वाद में पड़ा है
हिन्दू जातियों में बटा है
इसलिए हर बार हिन्दू ही कटा है
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें