तेरी यादे
यु तो परिन्दे भी नहीं रहते पराये आशियानों में
हमारी उम्र गुजारी है किसी के दिल के मकानों में
तेरा देर से आना मुझे यु तड़फना
वो सडी में होना तेरी जुल्फों को खुला रखना
थोड़ी सी गर्दन को झुका कर
मुस्कारना
वो परपाल कलर की होठो पर तेरा
लिपस्टिक लगाना
छोटी सी माँथे पर तेरी बिंदिया लगाना
बहुत याद आता है
तेरा मुस्करान
शुभ रात्री 🌹🌹🌹
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