बेटियाँ राष्ट्र रत्न होती है
बिचार हिन्दू रास्ट्र संदेस
कर्ज और मर्ज़ दोनों ही बरबादी के बीज है
बेटियों को पराया धन समझना समाजा की भूल है
बेटियां खुश होगी तो ही घर में सुख सृमद्धि होगी
बेटी मेरी हो या तुम्हारी हो
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